- यथार्थ हॉस्पिटल के पास उपलब्ध है एडवांस टेक्नोलॉजी गंभीर से गंभीर केस का यहां इलाज है संभव- हाल ही में अस्पताल ने शुरू की थी एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा
अलीगढ । हाल के दिनों में कार्डियक के मरीजों की संख्या में चिंताजनक बढ़ोतरी देखने को मिली है, लिहाजा ऐसे में जरूरत है कि लोगों को उनके दिल की सेहत के बारे में समझाया जाए और इसके इलाज के लिए उपलब्ध एडवांस तरीकों के बारे में भी जानकारी दी जाए. अगर समय पर मरीज को इलाज मिल जाए बहुत लोगों की जान बचाई जा सकती है. इसी के मद्देनजर यथार्थ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, ग्रेटर नोएडा ने आज एक अवेयरनेस सत्र का आयोजन किया। बता दें कि यथार्थ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ग्रेटर नोएडा अपने बेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ एडवांस कार्डियक केयर सेंटर चला रहा है और अस्पताल ने हाल ही में यूपी में अपना सुपर स्पेशलिटी क्लीनिक लॉन्च किया था जहां अलग-अलग तरह के मरीजों के लिए ओपीडी चलाई जा रही है. कार्डियोलॉजिस्ट व कार्डियक सर्जन भी रेगुलर बेसिस पर इस क्लीनिक में आते रहेंगे और बीमार लोगों को परामर्श देंगे.
यथार्थ अस्पताल ने एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा भी शुरू की है जो इमरजेंसी में कार्डियक से जुड़े मरीजों को अस्पताल तक ले जाने में मददगार साबित होती है और जिस कारण मरीज को समय पर इलाज मिल पाता है। अब रोड कनेक्टिविटी बेहतर है. ऐसे में इस क्षेत्र का कोई भी मरीज आपात स्थिति में बहुत कम समय में यथार्थ हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा पहुंच सकता है. यथार्थ की एंबुलेंस रोगियों के लिए एक अतिरिक्त सुविधा है जो समय पर इलाज के लिए मरीज को अस्पताल पहुंचाती है, जहां बहुत कम कीमत पर विश्व स्तरीय विशेषज्ञों की राय और सेवाएं मिलती हैं इमरजेंसी में एंबुलेंस सेवा के लिए लोग 1800-3300000 नंबर पर कॉल कर सकते है। यथार्थ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, ग्रेटर नोएडा में कार्डियक साइंस एंड सीटीवीएस के हेड डॉक्टर अखिल कुमार रुस्तानी ने कहा, दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले में टाइम बहुत ही कीमती होता है, ऐसे में हम आपको अपने हार्ट कमांड सेंटर के बारे में बता रहे है जो लोगो के जीवन बचाने में बहुत ही अहम भूमिका निभाता है. हार्ट कमांड सेंटर उन एंबुलेंस से कनेक्ट रहेगा जो मरीजों को यथार्थ अस्पताल लेकर पहुंचती है इससे मरीज के इलाज की तैयारी पहले ही शुरू कर दी जाती है. मरीज के पहुंचते ही ईसीजी, ईको जैसे टेस्ट की सुविधा होती है और पेसमेकर, बैलून पंप जैसे इलाज मरीज के पहुंचते ही दिए जाते हैं यहां वेंटिलेटर की भी सुविधा रहती है इसके लिए एक डेडिकेटेड टीम रहती है जिन्हें कोड दिए गए हैं. जैसे हार्ट अटैक के मामलों के लिए स्टेमी कोड है. इस स्थिति में अलग-अलग लोग एकसाथ आकर मरीज की जान बचाने के लिए इलाज में जुट जाते है हार्ट कमांड सेंटर की मदद से हार्ट अटैक के मरीज को बैलून पंप 60 मिनट के अंदर मिल पाता है, जो वर्ल्ड के स्टैंडर्ड टाइम 90 मिनट से कम है. बैलून पंप की मदद से ब्लॉक आर्टरी खोलने का काम किया जाता है।
कोविड महामारी से आगे बढ़ते हुए सर्दियां आने से भी कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है इसके अलावा, शहरीकरण के कारण टियर-शहरों में लोगों के अधि एक से अधिक जीवन प्रभावित हो रहे हैं, वहां लोगों की नियमित आदतों और खान-पान में भारी बदलाव आया है, जिससे लाइफस्टाइल संबंधी बीमारियों में वृद्धि हुई है. यथार्थ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, ग्रेटर नोएडा में कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी व सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर पंकज रंजन ने बताया दिल की बीमारियों के शुरुआती लक्षणों वाले मरीज अक्सर इसे तब तक नजरअंदाज करते है, जब तक कि यह परेशानी का कारण न बन जाए. इस सत्र के माध्यम से हम जनता को लक्षणों की शुरुआती पहचान के महत्व और इलाज के रिजल्ट में इसकी भूमिका के बारे में जागरुक करना चाहते हैं. भारत को कार्डियक बीमारियों के घर के रूप में जाना जाता है खराब लाइफस्टाइल, शराब का अधि एक सेवन स्मोकिंग जैसी आदतें भी इसका कारण बन रही है. यहां तक कि यंग आबादी भी इसकी चपेट में आ रही हैं. इस तरह की गलत आदतें डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए और ज्यादा रिस्की हो जाती है. कार्डियक साइंस के क्षेत्र में हाल में काफी तरक्की हुई है।
इन एडवांस तरीकों की मदद से ही यथार्थ अस्पताल में भी मुश्किल से मुश्किल केस को सफलता के साथ पूरा कर लिया जाता है. 25-45 साल की उम्र के बीच के लोगों को खासतौर पर इन बातों पर ध्यान देने की जरूरत है और खराब आदतों को सु हारने की जरूरत है। यथार्थ अस्पताल ग्रेटर नोएडा के सेंटर फॉर हार्ट एंड कार्डियक साइंस में दिल के मरीजों के लिए डेडिकेटेड ऑपरेशन थिएटर है. जिसमे सभी एडवांस उपकरण उपलब्ध है. यहां ट्रांस- ओएसोफेगल ईको किया है. निर्धारित आईसीयू बेड है, जहां 24 घंटे मरीजों की देखभाल की जाती है. अस्पताल की ये यूनिट ग्रेटर नोएडा व आसपास के लोगों के लिए वरदान साबित हुई है जहां वर्ल्ड क्लास हेल्थ सेवाएं मिल रही है यहां हर तरह की कार्डियक सर्जरी की जाती हैं जिनमें बीटिंग हार्ट टोटल आर्टरियल बायपास वाल्व रिप्लेसमेंट कम्पोजिट प्रक्रिया मिनिमली इनवेसिव कार्डियक सर्जरी, वीडियो असिस्टेड थोरेसिक सर्जरी, थोरेसिक सर्जरी थोरेसिक एंड वैस्कुलर ट्रॉमा जैसी तमाम सुविधाएं यहां हैं जिनके कारण मरीजों का सफल इलाज हो रहा है. जिसके चलते मरीजों की मौत का प्रतिशत परसेंट से भी कम है.
यथार्थ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कार्डियोलॉजी के डॉक्टर दीपाकर वत्स ने कहा किसी भी आपात स्थिति में टाइम बहुत ही महत्वपूर्ण रोल निभाता है. यही कारण है कि हमारी कोशिश गोल्डन ऑवर विंडो के अंदर हार्ट के मरीजो को बेहतर इलाज देने की है ताकि लोगों को जीवन बचाया जा सके. लोगों की जान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हम अपने अस्पताल में लगातार नई-नई टेक्नोलॉजी ला रहे है. जिनसे मरीजों को बेहतर ट्रीटमेट मिल रहा है. यहां एडवांस कैच लैब भी मौजूद है. इसके अलावा हमारा अस्पताल बेसिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग सत्र भी आयोजित करता रहता है जिनमें आरडब्ल्यूए व पुलिस के लोग शामिल होते है इस ट्रेनिंग सेशन का मकसद यही रहता है कि इमरजेंसी की हालत में मरीज को कुछ शुरुआती मदद दी जा सके। नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में एक लीडिंग हेल्थ केयर प्रोवाइडर होने के नाते यथार्थ अस्पताल लगातार मरीजो को बेस्ट व एडवांस ट्रीटमेंट देने में जुटा हुआ है. यहां 30 से ज्यादा स्पेशलिटी में मरीजों को वर्लड क्लास इलाज किया जाता है यहां डॉक्टरो की स्पेशलिस्ट टीम है जो मरीजों को सबसे ऊपर रखते हुए अपने-अपने फील्ड में बेहतर सेवाएं दे रही है।
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