अक्सर होने वाला सिरदर्द कहीं स्ट्रोक का संकेत तो नहीं ? जानें डॉक्टर से ,

अक्सर होने वाला सिरदर्द कहीं स्ट्रोक का संकेत तो नहीं? डॉक्टर से जानें 

आजकल स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में इसे लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. अक्सर जिन लोगों को सिरदर्द की समस्या होती है, उन्हें डर लगा रहता है कि कहीं ये कोई गंभीर बीमारी का संकेत तो नहीं है. कई बार ये बात भी सामने आती है कि क्या अक्सर होने वाला सिरदर्द स्ट्रोक का संकेत हो सकता है? इसे लेकर कई तरह की बातें सुनने को मिलती हैं, ऐसे में आज हम अपने लेख में डॉ. विपुल गुप्ता – प्रमुख – न्यूरोइंटरवेंशनल सर्जरी और सह-प्रमुख – स्ट्रोक यूनिट, आर्टेमिस अस्पताल, गुरुग्राम से जानेंगे कि आखिर सच क्या है.

डॉ. विपुल गुप्ता ने बताया कि हां, अक्सर होने वाला सिरदर्द किसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है, जिसमें स्ट्रोक भी शामिल हो सकता है. हालांक स्ट्रोक से पहले होने वाला सिरदर्द, अन्य सिरदर्द की तुलना में अलग हो सकता है जो ज्यादा तीव्र हो सकता है. स्ट्रोक आने से पहले हमें लक्षण दिखाई दे सकते हैं जैसे धुंधला नजर आना, बोलने में तकलीफ होना, शब्द सुनने-समझने में दिक्कत होना आदि. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि स्ट्रोक के लक्षणों के तौर पर सिरदर्द हो सकता है, लेकिन ये जरूरी नहीं है कि हर प्रकार का सिरदर्द स्ट्रोक ही हो.

सिरदर्द कई विभिन्न कारणों से हो सकता है, जैसे कि तनाव, थकावट, मानसिक तनाव, नींद की कमी, या बाहरी कारकों के प्रभाव से. हालांकि, सिरदर्द के एक अच्छे निर्देशक यह है कि यदि सिरदर्द अचानक और असामान्य है, तो यह एक गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है, जिसमें स्ट्रोक शामिल हो सकता है. 

क्यों होती है स्ट्रोक की समस्या ?

स्ट्रोक एक गंभीर समस्या है जो ब्रेन के किसी हिस्से की कमी या ब्लड फ्लो के बंद हो जाने से होती है. इससे ब्रेन की सामान्य कार्य क्षमता प्रभावित होती है. स्ट्रोक में तेजी से उपचार की आवश्यकता होती है क्योंकि अगर उपचार में देरी हो जाए तो ब्रेन को नुकसान हो सकता है और इससे जीवन में परेशानियां या लंबे समय तक विकलांगता हो सकती है.

स्ट्रोक के कारण- 

सिरदर्द जो स्ट्रोक का भी कारण बन सकता है ये कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि रक्तचाप की समस्या, धमनी में ब्लॉकेज, या धमनी का फट जाना. अक्सर, इस तरह का सिरदर्द एक समान्य माइग्रेन या ज़्यादा तनाव का लक्षण भी हो सकता है, लेकिन यदि यह अचानक और असामान्य हो, तो यह गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है.

स्ट्रोक दो प्रमुख प्रकार का होता है: 

1. इस्केमिक स्ट्रोक:  

इस तरह का स्ट्रोक तब होता है जब ब्रेन को ऑक्सीजन- की सही मात्रा नहीं मिलती है, जो एक धमनी में ब्लॉकेज के कारण हो सकता है. इससे ब्रेन के उस हिस्से में ब्लड की सप्लाई रुक जाती है, जिसके कारण उस हिस्से की सेल्स मर सकती हैं.

2. हेमरेजिक स्ट्रोक:  

इस तरह का स्ट्रोक तब होता है जब ब्रेन की किसी नस में फट जाती है, जिससे ब्रेन में ब्लीडिंग होती है. यह उच्च रक्तचाप या रक्त थकान के कारण होता है.

जब कोई स्ट्रोक होता है, तो सिरदर्द के साथ अन्य संकेत भी आ सकते हैं, जैसे –

– एक हाथ या पैर में कमजोरी महसूस होना

– शरीर के एक ओर की सुन्नता

– चक्कर आना (वर्टिगो) या संतुलन की समस्या

– बातचीत में मुश्किलता या ठीक से शब्दों का उच्चारण न कर पाना 

– लिखने या चीजों को पकड़ने में कठिनाई 

– चीजों को संभालने में परेशानी